एक नज़र ..चलते चलते
Saturday, June 18, 2016
आखिरी निशानी
जान से ज्यादा सम्हाल रखा है
मोहब्बत की वो आखिरी निशानी
वो तेरे फेंके पत्थर और टुकड़े मेरे दिल के
उतनी ही मोहब्बत है उनसे जितनी तुमसे ।
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