Friday, December 2, 2016

हम कुछ नही कहते


यूँही  दो लाइन में मन की बात लिखने की कोशिश :)
_________________________________
पुराने जख्मो का उनसे क्या करना ज़िकर

इश्क फिर सामने खड़ा है नया फरेब लेकर ।
_________________________________
बीत जाते है मेरे दिन रात उन्हें देखते सुनते
उनको ये गम है कि हम कुछ नही कहते  । 


**Neh sunita**(Sunita Agarwal)

No comments:

Post a Comment