कौन किसमे ??
तन शव है
जीवात्मा है मदारी
नचाता खूब
तन के कर्म
भोगती रहे रूह
प्रत्येक जन्म
तन नश्वर
मानसिक मिलन
शाश्वत प्रेम
कौन किसमे ??
एक दूजे के बिन
दोनों अधूरे
तम को मिटा
जलाएं प्रेम दीप
रोशन जहाँ
एक दीपक
जलाना अंतर्मन
प्रेम , दया का
फोड़ो भी अब
नफरत को मिटा
प्यार के बम
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