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** हेलो जिन्दगी * * तुझसे हूँ रु-ब-रु * * ले चल जहां * *

Friday, June 4, 2021

बादल !! तुम आते रहना

सुनो न बादल - 
तुम आते रहना !!
मानवता का ह्रास  देख कर 
काल का   निर्मम त्रास देख कर 
पाषाण  होते हृदय खंड पर 
संवेदना की बौछारें बरसाते रहना 
कि
शुष्क न हो हृदय की भावभूमि
पर दुःख में रोना  ,पर सुख में  हरियाना
भूल न जाएं रिश्तों को निभाना 
करुणा धार  बरसाते रहना 
सुनो न बादल -
तुम आते रहना !!
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