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** हेलो जिन्दगी * * तुझसे हूँ रु-ब-रु * * ले चल जहां * *

Friday, May 20, 2016

सांझी अंगीठी



त्रिवेणी :-
सांझी अंगीठी 
गरम प्यालियाँ चिल्लाते कूकर झगड़ते प्लेट्स ,
आज सभी सुस्त है बीमार है आक्सीजन तलाश रहे हैं ,

साँझी अंगीठी ने धुँआ  उगलना बंद कर दिया है  ।

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