हाइकू
चंदा ठहर
अंखियों में बसा लूँ
पिया की छबि
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पिया की छबि
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अद्भुत दृश्य
चन्दा जो देखे चाँद
दोनों जले रे
चन्दा जो देखे चाँद
दोनों जले रे
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दो दो है चाँद .... !!!
भर्मायी सकुचाई
पिया निहारूं
भर्मायी सकुचाई
पिया निहारूं
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ना चाहूँ पिया
और कुछ श्रृंगार
तुम हो साथ
तुम हो साथ
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लौटा दो मुझे
ओ छलिया अम्बर
ओ छलिया अम्बर
वो चाँद मेरा
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तके नयन
रंगे पिया के रंग
रंगे पिया के रंग
नीलगगन
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2 comments:
अवसर के अनुकूल, सुन्दर! " लौटा दो मुझे / ओ छलिया अंबर / वो चाँद मेरा " और " तकें नयन / रँगे पिया के रँग / नीलगगन " प्रेम और प्रेम की स्मृतियाँ में मन को मोड़ते मनमोहक हाइकु!
@ashmini jee ... bahut bahut abhar apka ...apne apna kimti samay nikal ise padha or us se kimti hai apke ye coments .. hardik abhinandan :)
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