आज पतिदेव जी के किसी फेस बुक ग्रुप के लिए लिखी ये रचना जिसका विषय था चूड़ी / पायल / बिंदी
आशा है वहाँ सभी को पसंद आएगी .. आपको को कैसी लगी :)
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjFv1lFru0aVExAQlid6RpxUDH0qB1rbjeZtpIXXmxuDxB61ntNyYBeDseqQaouKRCybRAg5THkJldAr0XbyK1mOtkSSUuyKGv_nfbVT_iT38XoCDjTWMOIAoQFTS0XJJJ2g1fvd7PBZCwJ/s400/neh+.jpg)
तेरी पायल तेरी चूड़ी
सुनाती राग जीवन का तेरी पायल तेरी चूड़ी ,
कराती प्रीत का एहसास तेरी पायल तेरी चूड़ी ,
कहे बंधन जग इनको ये बड़ी भूल है उनकी,
मेरी धड़कन में बसती है तेरी पायल तेरी चूड़ी ।
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