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** हेलो जिन्दगी * * तुझसे हूँ रु-ब-रु * * ले चल जहां * *

Saturday, September 29, 2012

मेरे सनम




 तन्हाईयो में भी तेरी ही यादों का मेला रहता है ,

 ख्वाबो में बस एक तेरा ही अक्स समाया रहता है,

  तेरी नजरों की गुफ्तगू ने मदहोश किया इस  कदर  ,

   अब तो खामोशियों में भी तेरा ही जिक्र समाया रहता है।।


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