१ ) अनुबंध
--------------
फूल -तितली
अम्बर -धरा
सागर -नदी
सृष्टि के आरंभ से
बंधे है प्रीत की डोर
बिना अनुबंध
******************
२)
लिखा है मौन
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गीत कोई ग़ज़ल
छंद ,काव्य ,महाकाव्य
कोई लिखता खुदा
प्रिया ,जानू, दिलरुबा
कोई लिखता अश्क
बेवफा, रक्कासा, बेरहम
हमने प्रीत के सजदे
सर झुकाकर
लिखा दिया है
मौन !!!
*******************
३)
मीठा सागर
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नमकीन सिन्धु
है कितना मीठा
पूछो सरिता से उसने चखा है
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फूल -तितली
अम्बर -धरा
सागर -नदी
सृष्टि के आरंभ से
बंधे है प्रीत की डोर
बिना अनुबंध
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२)
लिखा है मौन
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गीत कोई ग़ज़ल
छंद ,काव्य ,महाकाव्य
कोई लिखता खुदा
प्रिया ,जानू, दिलरुबा
कोई लिखता अश्क
बेवफा, रक्कासा, बेरहम
हमने प्रीत के सजदे
सर झुकाकर
लिखा दिया है
मौन !!!
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३)
मीठा सागर
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नमकीन सिन्धु
है कितना मीठा
पूछो सरिता से उसने चखा है
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