सुन री पवन
यार है रूठा
ले जा संदेशा
मेरे प्यार का
सहलाके उसकी
घुंघराली लटो को
चुपके से कानो में कहना
विरहाग्नि इधर भी लगी है
प्यार का तुम अहसास यूँ भरना
छूके उसकी कोमल अधरों को
यूँ न रहो गुमशुम कहना
चूम के अलकें
खोलो तुम पलकें
देखो सजन आया कहना
@}- नेह -{@
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